Meta Verified : भारत में आ गया Facebook Instagram Meta Verification, सिर्फ 699 रुपए में मिलेगा Blue Tick

Facebook Instagram Meta Verification: फेसबुक और इंस्टाग्राम की पैरेंट कंपनी Meta ने अपना वेरिफिकेशन सब्सक्रिप्शन अब इंडिया में भी लॉन्च कर दिया है। इससे पहले मेटा का ब्लू सब्सक्रिप्शन कनाडा जैसे देशों में लॉन्च हुआ था। मेटा वेरिफिकेशन के तहत फेसबुक, इंस्टाग्राम अकाउंट को भी पैसे देकर वेरिफाई कराया जा सकेगा।

News Desk
Facebook Instagram Meta Verification

Facebook Instagram Meta Verification: Twitter की ब्लू सब्सक्रिप्शन सर्विस की तरह ही Meta ने आखिरकार भारत के लिए भी वेरिफिकेशन सर्विस लॉन्च कर दी है। इससे पहले मेटा का ब्लू सब्सक्रिप्शन कनाडा जैसे देशों में लॉन्च हुआ था। भारत के साथ Meta Verified फीचर कई अन्य देशों में भी लॉन्च हुआ है। मेटा वेरिफाइड के तहत लोगों को ब्लू टिक मिलेगा और इसके लिए अलावा भी कई तरह के एक्सक्लूसिव फीचर्स मिलेंगे। मेटा वेरिफिकेशन के तहत इंस्टाग्राम अकाउंट को भी पैसे देकर वेरिफाई कराया जा सकेगा।

फेसबुक और इंस्टाग्राम ब्लू टिक के लिए भारत में कीमत

भारत में आईओएस और एंड्रॉयड एप के लिए 699 रुपये प्रति महीने देना होगा, वहीं वेब के लिए 599 रुपये हर महीने खर्च करने होंगे। पैसे देकर वेरिफाई कराने वाले यूजर्स को ब्लू टिक मिलेगा। इसके लिए सरकारी पहचान पत्र देना होगा। इसके अलावा ऐसे अकाउंट को खास सुवाधाएं मिलेंगी जिनमें स्पेशल कस्टमर सर्विस मिलेगी। फिलहाल कस्टमर सपोर्ट अंग्रेजी में उपलब्ध रहेगी, लेकिन जल्द ही इसे हिंदी के लिए जारी किया जाएगा।

कहां से खरीद पाएंगे सब्सक्रिप्शन?

बता दें कि मेटा वेरिफाइ़ड सर्विस को यूजर्स सीधे इंस्टाग्राम या फिर फेसबुक ऐप के जरिए खरीद सकेंगे। वेरिफाइड अकाउंट सब्सक्रिप्शन खरीदने के लिए फेसबुक और इंस्टाग्राम यूजर्स को सरकारी आईडी प्रूफ देना होगा। वेरिफाइड सब्सक्रिप्शन लेने वाले यूजर्स को अकाउंट सपोर्ट समेत कई खास सुविधाओं का फायदा मिलेगा।

जिनके अकाउंट पहले से है वेरिफाइड उनका क्या होगा?

मेटा ने यूजर्स के लिए वेरिफाइड अकाउंट सर्विस की शुरुआत तो कर दी है लेकिन इसी के साथ अब कई सवाल भी उठने लगे हैं जैसे कि जिन फेसबुक और इंस्टाग्राम यूजर्स के पास पहले से ही वेरिफाइड बैज है उन लोगों का क्या होगा? जिन लोगों के फेसबुक और इंस्टाग्राम पहले से वेरिफाई हैं, उनके लिए अब नई मुसीबत है। ऐसे लोगों को अपने वेरिफिकेशन को साबित करने के लिए फिर से प्रूफ देना होगा और प्रूफ के तौर पर मेटा को कौन सी जानकारी चाहिए, इस संबंध में फिलहाल कोई जानकारी नहीं होगी।

क्या कंपनी जिन लोगों के पास पहले से वेरिफाइड बैज है उनके बैज रिमूव कर देगी और यूजर्स को हर महीने पैसे चुकाने होंगे या फिर पहले से वेरिफाइड अकाउंट्स पर कोई भी असर नहीं देखने को मिलेगा। सवाल बहुत हैं लेकिन बता दें कि अभी इस मामले में कोई भी आधिकारिक जानकारी नहीं आई है।

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