2000 का नोट बदलने में नहीं होगी कोई परेशानी, RBI कर रहा पूरी निगरानी

RBI ने 2000 रुपये का नोट जब से चलन से बाहर करने का एलान हुआ है लोगों के बीच परेशानी का माहौल बन गया है। आरबीआई लोगों को बेफिक्र रहने की सलाह दे रहा है। इस बीच आरबीआई गवर्नर ने कहा है कि इसकी निगरानी की जा रही है।

Vinod Baror
By Vinod Baror  - Senior Editor
RBI Governor Shaktikant Das

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI ) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज लोगों को इस बात का भरोसा दिलाया कि 2000 रुपये को बदलने और जमा करने की प्रक्रिया में उन्हें कोई परेशानी नहीं होगी और बिना किसी बाधा के इस काम को पूरा किया जायेगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्रीय बैंक की स्थिति पर लगातार नजर है। रिजर्व बैंक ने मुद्रा प्रबंधन के तहत गत शुक्रवार को 2,000 रुपये के नोटों को वापस लेने की घोषणा की थी।

आम आदमी को परेशान होने की जरूरत नहीं

केंद्रीय बैंक ने इसके साथ ही स्पष्ट किया था कि यह नोटबंदी नहीं है और 2,000 रुपये का नोट वैध मुद्रा बना रहेगा और लोग भुगतान के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के एक कार्यक्रम के दौरान इस बारे में पूछे जाने पर दास ने कहा कि 2,000 रुपये के नोट को वापस लेने की प्रक्रिया बिना बाधा के पूरी की जाएगी।

चार महीने का समय हमने दिया है जो काफी है इसलिए जिनके पास भी 2000 रुपये का नोट है वे बिना पैनिक हुए बैंक जायें और अपना नोट बदल लें या बैंक में जमा कर दें।

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2,000 का नोट बदलने या उसे बैंक खाते में जमा करने के लिए 131 दिन का समय किया है, जिसकी शुरुआत मंगलवार से हो चुकी है। चलन में मौजूद कुल मुद्रा में 2,000 के नोट का हिस्सा 10.8 प्रतिशत (3.6 लाख करोड़ रुपये) है। इन नोटों को 30 सितंबर तक बदला जा सकता है या बैंक खाते में जमा किया जा सकता है।

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रिजर्व बैंक ने स्वच्छ नोट नीति के तहत शुक्रवार को 2,000 रुपये के नोटों को वापस लेने की घोषणा की थी। हालांकि, केंद्रीय बैंक ने इसके साथ ही स्पष्ट किया था कि यह नोटबंदी नहीं है और 2,000 रुपये का नोट वैध मुद्रा बना रहेगा और लोग भुगतान के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

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विनोद बरोड को मीडिया के क्षेत्र में 5 साल का अनुभव है और अभी टाइम्स हिन्दी के सीनियर न्यूज एडिटर है। ये क्राइम, देश-विदेश, शिक्षा, लाइफस्टाइल, मनोरंजन, गैजेट्स, ऑटो जैसी बीट पर काम कर रहे है। इनका मकसद शुद्ध, साफ और बेहतरीन स्टोरी लोगों तक पहुंचाना है।