जल्द खुल जाएगा गंगा एक्सप्रेसवे, UP के इन 12 जिलों को जोड़ेगा 594 KM लंबा गंगा एक्सप्रेसवे

Ganga Expressway : 594 किमी लंबा उत्तर प्रदेश के सबसे लंबे गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण 2025 तक पूरा कर लिये जाने की उम्मीद है. 36,0000 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बन रहा यह एक्सप्रेसवे मेरठ से शुरू होगा और 12 जिलों को जोड़ते हुए प्रयागराज तक जाएगा.

News Desk
Ganga
हाइलाइट्स
  • गंगा एक्सप्रेसवे एक ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट है और इसकी लंबाई कुल 594 किलोमीटर होगी
  • गंगा एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 594 किलोमीटर है
  • गंगा एक्सप्रेसवे कुल 12 जिलों से गुजरेगा जो मेरठ से शुरू होकर प्रयागराज में खत्म होगा

Ganga Expressway: उत्तर प्रदेश अभी सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे का घर है. मौजूदा समय में देश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे यानी पूर्वांचल एक्सप्रेसवे भी इसी राज्य के पास है. हालांकि, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे बन जाने के बाद ये खिताब उससे छिन जाएगा. बहरहाल, यूपी में अब पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से भी लंबा एक एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है. गंगा एक्सप्रेसवे के 2025 के कुंभ मेले से पहले पूरा हो जाने की उम्मीद है.

इस एक्सप्रेसवे की शुरुआत मेरठ से होगी और यह प्रयागराज में जाकर खत्म होगा. इस बीच गंगा एक्सप्रेसवे कुल 12 जिलों को कवर करेगा. इस प्रोजेक्ट पर 36,000 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की लंबाई जहां 240 किलोमीटर है वहीं, गंगा एक्सप्रेसवे 594 किलोमीटर लंबा होगा. गंगा एक्सप्रेसवे का काम तेजी से खत्म करने की बात इसलिए भी चल रही है क्योंकि इसके रास्ते तीर्थ यात्रियों के लिए कुंभ पहुंचना बहुत आसान हो जाएगा.

यूपी के 12 जिलों को होगा बड़ा फायदा

उत्तर प्रदेश में मेरठ से होकर प्रयागराज तक जाने वाले गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) से यूपी के 12 जिलों को बड़ा फायदा होगा. क्योंकि इससे कुछ शहरों के बीच ट्रैवल टाइम कम हो जाएगा. गंगा एक्सप्रेसवे एक ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट है और इसकी लंबाई कुल 594 किलोमीटर होगी. इस एक्सप्रेसवे की मदद से पूर्वी यूपी के शहरों से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शहरों के बीच सफर और आसान हो जाएगा.

इस एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य तेजी से जारी है और इसके 2025 में प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ से पहले शुरू होने की उम्मीद है. इस सिलसिले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) अधिकारियों को तय सीमा में काम पूर्ण करने का निर्देश दिया है.

गंगा एक्सप्रेसवे की लंबाई

गंगा एक्‍सप्रेसवे करीब 594 किलोमीटर लंबा और छह लेन का बनाया जाएगा. भविष्य में इसका 8 लेन तक विस्तार किया जा सकेगा. दावा किया जा रहा है कि यह प्रदेश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा. मेरठ के बिजौली गांव के पास से शुरू होकर एक्सप्रेसवे प्रयागराज के जुदापुर दांडू गांव तक जाएगा.

क्या है एक्सप्रेसवे का बजट?

योगी सरकार ने पिछले साल 26 नवंबर को इस परियोजना की स्वीकृति दी थी. इसके लिए 36,230 करोड़ रुपये का बजट तय किया गया है. प्रयागराज से मेरठ होते हुए यह एक्सप्रेसवे कई राज्यों को एक सूत्र में पिरोने वाला है. इससे एनसीआर, हरियाणा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ समेत कई अन्य राज्य के लोगों को लाभ मिलेगा.

बनेंगे कुल 12 रैम्प टोल प्लाजा

मेरठ और प्रयागराज में मुख्य टोल प्लाजा बनाए जाएंगे. इसके अलावा बीच-बीच में भी टोल प्लाजा होंगे ताकि बीच में कहीं एक्सप्रेसवे पर चढ़ने वाली गाड़ियों से टोल लिया जा सके. ऐसे कुल 12 रैम्प टोल प्लाजा बनेंगे. इसके अलावा शाहजहांपुर के पास एयरस्ट्रीप भी बनाई जाएगी ताकि आपातकालीन परिस्थिति में हेलिकॉप्टर या प्लेन उतारा जा सके.

वायुसेना के विमान भी भर सकेंगे उड़ान

शाहजहांपुर में एक्सप्रेस-वे पर एयर कनेक्टिविटी देने के लिए शाहजहाँपुर के पास 3.5 किमी लंबी हवाई पट्टी बनाई जाएगी. जहां से इमरजेंसी के दौरान वायुसेना के विमान उतर और उड़ान भर सकेंगे. इस कॉरिडोर पर गंगा नदी पर 960 मीटर लंबा और रामगंगा पर 720 मीटर लंबा दो पुल बनाने की योजना है. गंगा एक्सप्रेस वे पर कुल 18 फ्लाईओवर और 8 रोड ओवर ब्रिज बनेंगे.

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