G20 Summit के लिए अचूक सुरक्षा के किए गए इंतजाम! आसमान में तैनात होंगे राफेल और सुखोई

Air Defense Missile and Rafale: G20 Summit 2023 को लेकर तैयारियां जोरों पर है। भारत सरकार सुरक्षा के लिए हर स्तर पर कोशिश कर रही है। एयर डिफेंस मिसाइल और राफेल को भी तैनात किया जा रहा है।

News Desk
G20 Summit के लिए अचूक सुरक्षा के किए गए इंतजाम! आसमान में तैनात होंगे राफेल और सुखोई
G20 Summit के लिए अचूक सुरक्षा के किए गए इंतजाम! आसमान में तैनात होंगे राफेल और सुखोई

G20 Summit 2023 के आगामी आयोजन के लिए भारतीय वायुसेना ने सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण उपायों को अपनाया है। इस समिट के दौरान देश के वायुसेना ने एक अभेद्य किला तैयार किया है, जो किसी भी स्थिति में हमले को रोकने के लिए तैयार है। G20 Summit समिट भारतीय सुरक्षा फोर्स के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती है, और इस समय वायुसेना ने सुरक्षा को लेकर सख्त तैयारियों में काम किया है।

भारतीय वायुसेना की तैयारी

भारतीय वायुसेना ने G20 समिट के दौरान हवाई सुरक्षा के लिए अद्वितीय तैयारियों का काम किया है। इस समय, एक अभेद्य किला तैयार किया गया है, जिसे दुश्मनों द्वारा भेद पाना असंभव होगा। वायुसेना ने एक ऑपरेशन डायरेक्शन सेंटर भी बनाया है, जो दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से सीधे कनेक्ट रहेगा। इसके अलावा, एयर डिफेंस मिसाइल और राफेल जैसे वायुसेना के विमानों को भी एक्शन मोड में रखा गया है, ताकि आपातकालीन स्थितियों में उनका उपयोग किया जा सके।

सुरक्षा के लिए एक्शन प्लान

G20 समिट के दौरान दिल्ली के हवाई क्षेत्र की सुरक्षा के लिए वायुसेना ने अपने विमानों को तैयार किया है। इसके साथ ही, एयर डिफेंस सिस्टम को भी तैनात किया गया है, जो समय पर खतरे को पहचानने और रोकने में मदद करेगा। आवाज़ और गति की अनुग्रहित संवेदना वाले विमानों का भी उपयोग होगा, जिन्हें एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम (AWACS) नामक तकनीकी प्रणाली के साथ संचालित किया जाएगा। यह प्रणाली आसमान से ही सभी गतिविधियों का पूरी तरह से निगराना कर सकेगी।

दिल्ली में रोड ब्लॉकेड

समिट के दौरान, दिल्ली के आम लोगों के लिए सड़कों का उपयोग किसी भी राज्यपाल या सरकारी अधिकारियों के लिए ब्लॉक किया जाएगा। कुछ रास्तों को आम नागरिकों के लिए बंद कर दिया गया है, ताकि समिट के दौरान सुरक्षा बनी रह सके।

एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम (अवाक्स)

दिल्ली में समिट के दौरान वायुसेना के साथ जुड़े सुरक्षा एजेंसियों ने अवाक्स (एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम) को आसमान में रखा है। इस सिस्टम के माध्यम से वे आसमान से ही हर गतिविधि पर नजर रख सकते हैं और आकस्मिक स्थितियों का समर्थन कर सकते हैं।

रोक लगाए गए रास्ते

दिल्ली-एनसीआर के आसमान में G20 समिट के दौरान किसी भी तरह के यूएवी, पैरा ग्लाइडर, गर्म हवा के गुब्बारे, और माइक्रोलाइट विमानों को उड़ाने की अनुमति नहीं होगी। इससे वायुसेना और सुरक्षा एजेंसियां यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही हैं कि कोई भी आपत्कालीन हादसा नहीं घटता है और समिट के माहौल को सुरक्षित बनाया जा सकता है।

G20 समिट के आयोजन के दौरान भारतीय वायुसेना ने सुरक्षा को अपनी प्राथमिकता बनाया है और महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं ताकि समिट के दौरान नेताओं और विशेषज्ञों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। इन उपायों के माध्यम से, वायुसेना ने समिट के सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं और सुनिश्चित किया है कि समिट के दौरान कोई भी सुरक्षा की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।

Share This Article