साइबर ठगों की नई चालबाजी, पार्ट टाइम जॉब दिलाने के बहाने लूट लिए 70 लाख

साइबर ठगों ने ठगी का नया तरीका ढूंढ लिया है। ठग विदेश के नंबर को वाइफाइ नेटवर्क से कनेक्ट कर लोगों के पास पार्ट टाइम नौकरी व हालीडे पैकेज का संदेश भेज रहे हैं। आइएसडी काल या संदेश होने की वजह से लोग उस पर विश्वास कर लेते है।

News Desk
Cyber Fraud

Cyber Fraud: पिछले कुछ महीनों में ऑनलाइन फ्रॉड के मामलों में तेजी से सामने आ रहे हैं। कई लोग इस ठगी का शिकार हो रहे हैं। मीडिया लगातार लोगों को सावधान कर रहा है, लेकिन फिर भी साइबर ठग लोगों को अपने चंगुल में फंसा ही लेते हैं। इस स्कैमर्स के जाल में फंसकर लोगों ने अपने लाखों रुपये गवाएं हैं।

जालसाज वॉट्सएप और टेलीग्राम जैसे सोशल मैसेजिंग ऐप के माध्यम से मासूम लोगों को निशाना बना रहे हैं, उन्हें एक्स्ट्रा पैसे कमाने के बहाने पार्ट टाइम जॉब ऑफर का लालच दे रहे हैं। एक कथित मामले में, एक व्यक्ति को इसी तरह के घोटाले में फंसाकर 70 लाख रुपये की ठगी की गई है।

साइबर ठगों की नई चालबाजी

साइबर ठगों ने ठगी का अब एक और नया तरीका ढूंढ लिया है। ठग विदेश के नंबर को वाइफाइ नेटवर्क से कनेक्ट कर लोगों के पास पार्ट टाइम नौकरी व हालीडे पैकेज का संदेश भेज रहे हैं। आइएसडी काल या संदेश होने की वजह से लोग उस पर विश्वास कर लेते है।

संदेश में आरोपित द्वारा एक लिंक भेजा जाता है लिंक पर क्लिक करते ही खाते से ठगी हो जाती है। हैरानी की बात यह है कि ठगी करने वाले आरोपितों ने विदेश के नंबर खरीद लिए है। उनकी लोकेशन विदेश में दिखाती रहती है, लेकिन वह आपरेट भारत से ही होते हैं।

इंटरनेट के वाइफाइ नेटवर्क से जोड़कर उन नंबरों का प्रयोग किया जा रहा है और ठगी की घटना को अंजाम दिया जा रहा है। ऐसे नेटवर्क को तोड़ना पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है।

पार्ट टाइम जॉब से मोटा पैसा कमाने का देते है झांसा

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, गुरुग्राम के सेक्टर 43 का रहने वाला एक व्यक्ति अपने मोबाइल पर एक मैसेज मिलने के बाद स्कैमर्स के जाल में फंस गया। अपनी शिकायत में पीड़ित ने कहा कि 27 फरवरी को उसे अतिरिक्त पैसे कमाने के लिए पार्ट टाइम जॉब देने के बारे में एक मैसेज मिला।

उसने बताया कि इस काम में होटलों को रेटिंग देना और वीडियो को लाइक करना जैसे छोटे-छोटे काम शामिल थे। इसके बदले में जालसाजों ने उसे मोटा कमीशन देने का वादा किया। इसके लिए पीड़ित ने अपने परिवार से पैसे उधार लिए और कर्ज में डूब गया क्योंकि उसने घोटालेबाजों को 70 लाख रुपये दे दिए।

ऐसे फंसाया गया जाल में

पीड़ित ने बताया कि “मुझे 2,000-3,000 रुपये के कमीशन का वादा किया गया था। उन्होंने मेरे लिए एक नया बैंक खाता खोला, जिसमें उन्होंने परीक्षण बोनस के रूप में 10 हजार रुपये जमा किए। मुझे 30 कार्य दिए गए। पहला स्तर पूरा होने पर मेरे पास 2,200 रुपये थे। शिकायतकर्ता ने रिपोर्ट में कहा, कमीशन वापस लेने के बाद उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या मैं जारी रखना चाहता हूं और जब मैंने सकारात्मक जवाब दिया तो उन्होंने खाते को साफ कर दिया और मुझे फिर से 10 हजार रुपये जमा करने के लिए कहा।

विश्वास दिलाने के लिए झूठे स्क्रीनशॉट भेज रहे थे ठग

अधिक पैसे जमा करने के बाद, पीड़ित स्कैमर्स द्वारा बनाए गए खाते में अपना कमीशन देख पा रहा था। पीड़ित को और लुभाने के लिए, जालसाजों ने उसका विश्वास हासिल करने और उसे और अधिक जमा करने के लिए खाते में दिखाई गई राशि को भी बढ़ा दिया।

उन्होंने मुझे यह विश्वास दिलाते रहा कि मैं बहुत कमा रहा हूं, क्योंकि उनके टेलीग्राम समूह में कई सदस्य धोखेबाजों के लिए काम कर रहे कमाई के स्क्रीनशॉट भेज रहे थे। लेकिन अचानक, एक ‘प्रीमियम’ कार्य बढ़े हुए कमीशन के साथ आ गया।

ऐसे ठगों को मिल जाती है विदेश की सिम

साइबर ठग अक्सर किर्गिजस्तान, थाइलैंड, इंडोनेशिया घूमने के लिए जाते है। वहां ठहरने के दौरान वह फर्जी आइडी पर वहां की सिम खरीद लेते है। उन सिम को विदेश में छोड़ने के बजाय आरोपित भारत ले आते है। भारत में आने के बाद उन सिम का प्रयोग कर इंटरनेट कालिंग व वाट्सएप पर संदेश भेजकर ठगी की जाती है।

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